राजस्थान में कोरोना बेकाबू, पिछले 24 घंटे के दौरान 882 नए केस सामने आए है
राजस्थान में कोरोना के केस बढ़ने से एक बार फिर स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान 882 नए केस सामने आए है। राहत की बात यह रही कि किसी कोरोना संक्रमण की मौत नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 5 हजार हो गई है। मेडिकल बुलेटिन के अनुसार रविवार को प्रदेश से 882 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिसमें जयपुर में सबसे ज्यादा 273 नए संक्रमित मिले हैं.
वहीं, अलवर में 108 और भरतपुर में 101 नए मरीज मिले हैं। उदयपुर 64, अजमेर 46, चित्तौड़गढ़ 45, नागौर 34, डूंगरपुर 34, कोटा 27, पाली 26, दौसा 20, जोधपुर 19, सिरोही 16, बीकानेर 13, जैसलमेर 10, सीकर 9 भीलवाड़ा 9, प्रतापगढ़ 7, सवाई माधोपुर 6, धौलपुर 4, हनुमानगढ़ 3, झालावाड़ 3, बारां 2, बांसवाड़ा 1, गंगानगर 1और करौली में 1 संक्रमित मामला देखने को मिला है। राजस्थानी जयपुर में सबसे अधिक 273 नए केस आए।
कम सैंपलिंग वाले चिकित्सकों पर होगी कार्रवाई
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीना ने अधिकारियों को जांच कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए है। स्वास्थ्य मंत्री ने हाल में सभी जिला चिकित्सा अधिकारियों संग बैठक कर फीडबैक लिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सा अधिकारियों को कोरोना की रोकथाम के लिए सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड की कम सैंपलिंग लेने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी। निशुल्क जांच दवा सेवा में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा मंत्री ने स्वास्थ्य भवन में आला अधिकारियों संग वीसी के जरिए फीडबैक लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अधिकारियों को रोजाना कम से कम 1000 सैंपलिंग करने के निर्देश दिए।
24 घंटे में 145 लोग संक्रमण से ठीक हुए
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार बीते 24 घंटे में 145 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। इसके अलावा प्रदेश में हर दिन एक्टिव केस की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और रविवार को प्रदेश से एक्टिव की संख्या 5036 दर्ज की गई है। इसके अलावा प्रदेश में अब तक कुल 13,01,522 मरीज संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं जबकि प्रदेश में इस बीमारी से अब तक कुल 9593 मरीजों की मौत हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि इन प्रदेश में मौसमी बीमारियों का प्रकोप है। मलेरिया, डेंगू को प्रकोप होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड़ पर है।