रिम्स में अब फाइलों पर स्वीकृति के इंतजार में न तो दवाओं की खरीद रुकेगी, न ही इंप्लांट

रिम्स में अब फाइलों पर स्वीकृति के इंतजार में न तो दवाओं की खरीद रुकेगी, न ही इंप्लांट आदि खरीद के इंतजार में बीपीएल व आयुष्मान भारत के मरीजों का उपचार बाधित होगा। कोई भी अधिकारी या कर्मचारी फाइलों को लंबे समय तक पेन्डिंग नहीं रख सकेंगे। तय समय सीमा के अंदर ही उन्हें फाइलों को मंजूरी देनी होगी। यह सब संभव हो सकेगा ई-ऑफिस सिस्टम के माध्यम से।

रिम्स के नव नियुक्त अपर निदेशक प्रशासन सह स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव चंदन कुमार ने रिम्स की लेट लतीफ व्यवस्था को बदलते हुए रिम्स में ई ऑफिस सिस्टम लागू कर दिया है। रिम्स गवर्निंग बॉडी द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में यह व्यवस्था लागू की गई है। अधिकारियों व कर्मचारियों को ई-ऑफिस सिस्टम की कार्यप्रणाली से अवगत कराने के लिए एक एवं दो अगस्त को चार सत्रों में प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।

इसके बाद गुरुवार को रिम्स में ई-ऑफिस सिस्टम लागू करने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। जिसमें कार्यालय के सभी कार्य ई-ऑफिस सिस्टम से ही करने का निर्देश है। उन्होंने कहा कि सभी बैकलॉग संचिका को स्कैन कर ई-ऑफिस के तहत संचालित करने की प्रक्रिया चल रही है। ई-ऑफिस में संचिका की बैकलॉग प्रविष्टि करने से पहले संचिका की टिप्पणी भाग में लिखन आवश्यक होगा कि यह संचिका दिनांक…से ई-ऑफिस में संचालित है और इस पर कोई भी टिप्पणी ऑफ लाइन मोड में अंकित नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को अपना आईडी और पासवर्ड अविलंब प्राप्त करने का निर्देश दिया है।

रिम्स के एडीए चंदन कुमार ने कहा, ‘ई-ऑफिस का उद्देश्य कार्यालयों के कामकाज को सरल, उत्तरदायी, प्रभावी और पारदर्शी बनाना है। हर फाइल ऑनलाइन की जाएगी। कंप्यूटर पर फाइल्स अपडेट होंगे।’

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