दिल्ली में संक्रमण के 2300 से अधिक नए मामले सामने आए, पॉजिटिविटी रेट करीब 14 फीसदी पर आ गया है
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि का सिलसिला लगातार जारी है और पिछले तीन दिन से लगातार 2 हजार से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। दिल्ली में शनिवार को जहां संक्रमण के 2300 से अधिक नए मामले सामने आए, वहीं 1 मरीज की मौत हो गई। दिल्ली में आज पॉजिटिविटी रेट करीब 14 फीसदी पर आ गया है और कोरोना के एक्टिव केस भी बढ़कर 7000 के पार निकल गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 2311 नए मरीज मिले हैं, वहीं 1 मरीज को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इसके साथ ही आज 1837 मरीज पूरी तरह ठीक होकर कोरोना मुक्त हो गए। दिल्ली में अब पॉजिटिविटी रेट 13.84 फीसदी पर आ गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दिल्ली में अब तक संक्रमितों की कुल संख्या 19,67,104 हो गई है और कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव केस 6876 पर आ गए हैं। इसके साथ ही, अब तक कुल 19,33,427 मरीज इस महामारी को मात देकर ठीक भी हो चुके हैं। वहीं अब तक कुल मृतकों का आंकड़ा 26,328 पर पहुंच गया है।
COVID-19 | Delhi reports 2311 new cases, 1 death and 1837 recoveries in past 24 hours. Positivity Rate at 13.84%
Active cases at 7,349 pic.twitter.com/TdDzUVnand
— ANI (@ANI) August 6, 2022
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में दिल्ली में कुल 16,702 टेस्ट किए गए, जिनमें 11,773 आरटी-पीसीआर और 4929 रैपिड एंटीजन टेस्ट थे। इसके साथ ही अब यहां कंटेनमेंट जोन की संख्या भी अब 217 हो गई है।
गौरतलब है कि, शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के 2419 नए मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली में 11.84 प्रतिशत की सकारात्मकता दर के साथ कोरोना के 2,202 नए मामले दर्ज किए थे।
केंद्र ने राज्यों से जांच और टीकारण पर ध्यान देने को कहा
गौरतलब है कि देश के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र सरकार ने इसे रोकने के लिए दिल्ली और छह राज्यों को पर्याप्त जांच सुनिश्चित करने, कोविड-उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा देने और टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और तेलंगाना को लिखे पत्र में कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में आने वाले त्योहार और बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने से से कोविड-19 सहित संक्रामक रोगों में वृद्धि की आशंका उत्पन्न हो सकती है।