गहलोत ने कहा कि गुजरात माॅडल छलावा है, गुजरात में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के आंकड़े..
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी पर हमलावर हो गए है। मुख्यमंत्री गहलोत ने ‘गुजरात मॉडल’ का सच क्या है?, इसके बारे में खुलकर बात की और पीएम मोदी को निशाने पर लिया। गहलोत ने कहा कि गुजरात माॅडल देश के साथ धोखा था। मोदी ने गुजरात मॉडल के नाम पर माहौल बनाया। मालूम करिए कि गुजरात मॉडल था क्या? गुजरात मॉडल देश के साथ में धोखा था। ऐसा माहौल बना दिया कि जैसे गुजरात मॉडल देश को कहां ले जाएगा? आज वहां लोग नौकरी के लिए तरस रहे हैं। सीएम ने कहा कि गुजराता में कर्मचारियों को वेतन पूरा नहीं मिल रहा, लाखों लोग टेंपरेरी लगे हुए हैं। सड़कें टूटी पड़ी हैं। अब तो हमारे लोग वहां प्रभारी बनकर गए हुए हैं। वे कहते हैं कि क्या-क्या नहीं हो रहा है वहां पर। गुजरात मॉडल का इतना माहौल बना दिया था कि पता नहीं मोदी क्या करिश्मा कर देंगे? मोदी की जिंदगी में बदलाव करने का बहुत बड़ा मौका आया था। अगर मोदी 75 साल की उपलब्धियों को क्वॉट करते और नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह के समय तक के फैसले बताते, लेकिन ऐसा नहीं करके मौका चूक गए।
कांग्रेस आलाकमान ने सीएम गहलोत को गुजरात का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है। गुजरात में इसी साल के अंत में चुनाव होने जा रहे हैं। पिछली बार सीएम गहलोत गुजरात के प्रभारी थे। इस बार गहलोत के कहने पर रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी नियुक्त किया है। मतलब साफ है- गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार से लेकर टिकट वितरण की जिम्मेदारी सीएम गहलोत की टीम के पास है। सीएम गहलोत गुजरात माडल की नाकामियों को उठाकर पीएम मोदी को घेरने की रणनीति बना रहे हैं। गहलोत ने गुजरात में अपनी पूरी टीम लगा रखी है। कांग्रेस आलाकमान ने 23 पर्यवेक्षक राजस्थान से लगाए है। गहलोत के मंत्री और विधायकों को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
गुजरात में भाजपा 1995 से शासन कर रही है। ऐसे में सीएम गहलोत गुजरात माॅडल की नाकामियों को उजागर कर रहे हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि गुजरात माॅडल छलावा है। गुजरात में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के आंकड़े पीएम मोदी के गुजरात माॅडल की पोल खोल रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में सीएम गहलोत कांग्रेस को जीत की दहलीज पर ले गए थे, लेकिन अचानक सूरत जिले के परिणामों से बाजी पलट गई। जानकारों का कहना है कि सीएम गहलोत सोची समझी रणनीति के तहत गुजरात माॅडल को नाकामियों को उजागर करके पीएम मोदी को घेर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि सीएम गहलोत विधानसभा चुनाव में गुजरात माॅडल को जोर शोर से उठाएंगे।
भाजपा नेताओं की मानें तो गुजरात मॉडल का मतलब है- भरपूर नौकरी, कम मंहगाई, ज़्यादा कमाई, तीव्र गति से अर्थव्यवस्था का विकास, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, दुरुस्त सुरक्षा और बेहतरीन जीवन। गुजरात मॉडल एक दूदर्शिता है, एक सोच है। इसमें वहां की जनता के अनुरुप सक्रियता के साथ काम करने का जज्बा है। पीएम मोदी अनेक बार सार्वजनिक मंचों पर गुजरात माॅडल की तारीफ करत नहीं थकते हैं, लेकिन जब से देश की कमान हाथ में आई है पीएम मोदी गुजरात माॅडल का ज्यादा जिक्र नहीं करते है। 2014 में भारत का यह इंतज़ार ख़त्म हुआ और गुजरात मॉडल की वकालत वाले नरेंद्र मोदी के हाथों में देश की कमान है। इसी मॉडल की परीक्षा एक बार फिर से गुजरात में हो रही है।