भैंस ने अपनी जान देकर करंट से छटपटा रहे मालिक की ज़िन्दगी बचाई, सब कर रहे वफादारी की चर्चा

इंसानों से पशुओं का प्रेम सदियों से चला आ रहा है। मौजूदा समय में भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जो अपने घर में पशुओं को पालते हैं और उनकी देखभाल करते हैं। जितना प्रेम मनुष्य पशुओं से करते हैं, उससे कई ज्यादा प्रेम पशु मनुष्य से करते हैं। कई बेजुबान जानवर ऐसे हैं जो अपने मालिक के लिए अपनी जान तक देने को तैयार हो जाते हैं। इन बेजुबान जानवरों में भी एक दिल होता है। वह भी प्यार की भाषा समझते हैं।

इसी बीच उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो वफादारी का सबूत देता है। दरअसल, यहां पर एक भैंस ने अपनी जान देकर अपने मालिक की जिंदगी बचाकर वफादारी का सबूत दिया है। इस घटना की चर्चा पूरे गांव में हो रही है। “कल्लो भैंस” की वफादारी की चर्चा गांव के हर व्यक्ति की जुबां पर है।

जानिए पूरा मामला क्या है?

आपको बता दें कि 55 वर्षीय पारस पटेल भदोही के बाबूसराय गांव के रहने वाले हैं। पारस पटेल खाना खाने के बाद घर के बाहर ही चारपाई पर सो रहे थे। करीब 1:00 बजे रात का समय हो रहा था। अचानक ही बारिश होने लगी, जिसके बाद पारस पटेल तुरंत उठ गए और जल्दी-जल्दी वह अपना बिस्तर समेटने लगे ताकि उनका बिस्तर बारिश के पानी से गिला ना हो जाए।

बारिश काफी हो रही थी। तेज बारिश में बिजली का एक जर्जर तार जमीन पर गिरकर जलने लगा। पारस पटेल ने एक बांस का डंडा लिया और उसकी मदद से तार को हटाने का प्रयास करने लगे। वह जलते हुए तार को डंडे से हटाने की कोशिश में लगे हुए ही थे कि तभी तार मुड़कर उनके सीने से चिपक गई, मौके पर ही चंद पलों में पारस की मृत्यु हो गई।

भैंस ने अपनी जान देकर मालिक की बचाई जिंदगी

जब पारस पटेल के बेटे शिव शंकर ने अपने पिता को जलता हुआ देखा तो वह तुरंत ही अपने पिताजी को छुड़ाने के प्रयास में जुट गए। लेकिन इसी कोशिश के दौरान शिव शंकर भी बिजली के तार की चपेट में आ गए थे और वह करंट से छटपटा रहे थे। इसी दौरान कुछ दूर पर बंधी भैंस “कल्लो” ने जब अपने मालिक को तड़पता हुआ देखा तो उसने अपना खूंटा उखाड़ कर अपने मालिकों को बचाने के लिए वहां पर पहुंच गई। कल्लो भैंस ने अपने मालिक शिव शंकर की जिंदगी तो बचा ली लेकिन वह खुद तार से चिपक गई और झुलसकर उसकी जान चली गई।

वहीं शिव शंकर बिजली की तार की चपेट आने से गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है, जहां पर स्थिति खराब होने पर डॉक्टरों ने उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया। जांच करने पहुंचे उपखंड अधिकारी ईश्वर शरण ने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। उन्होंने कहा है कि विद्युत सुरक्षा निदेशालय की जांच के बाद ही आर्थिक मदद मिल सकती है।

भैंस की वफादारी की हो रही है पूरे गांव में चर्चा

आपको बता दें कि मृतक पारस पटेल अपनी भैंस को प्यार से “कल्लो” कहकर पुकारा करते थे। भैंस ने अपनी जान देकर वफादारी साबित कर दी है। हर कोई उसकी वफादारी की चर्चा कर रहा है। लोगों का ऐसा बताना है कि अगर भैंस बीच में नहीं आती, तो बेटे की भी बिजली के करंट से मृत्यु हो जाती।

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