केरल में कुदरत का कहर जारी, राज्य सरकार ने जारी किया अलर्ट
केरल में भारी बारिश के बाद बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई है। पूरे देश में बारिश और मानसून जोरों पर है। उत्तर भारत के उत्तराखण्ड से लेकर दक्षिण के केरल तक भयंकर तबाही से लोग जूझ रहे हैं। केरल में 337% बारिश हुई है, जो 50 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा है। बारिश के कारण जगह जगह से भूस्खलन की खबरें आ रही हैं। केरल में सबसे ज्यादा बारिश से प्रभावित इलाके कन्नूर, इडुक्की, वायनाड, एर्नाकुलम हैं। जहां सबसे ज्यादा बारिश हुई है और इन इलाकों के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैे। इन प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। NDRF और सेना के जवान लगातार राहत बचाव कार्य में जुटे हैं। NDRF की कई टीमें इस कार्य में लगी हैं इनके अलावा स्थिति ज्यादा खराब हो जाने के कारण और टीमें बुलाई गई हैं। बारिश से ये इलाके इतने ज्यादा प्रभावित हैं कि सड़कें पानी में बह गई हैं और रेलवे ट्रैक भी इससे प्रभावित हुए हैं। इन इलाकों में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। बाढ़ की वजह से करीब 30 लोगों के मरने की खबर भी आ रही है।
कई डैम खोले जाने से हालत नाजुक- डैम के खुल जाने से कई रिहायशी इलाकों में पानी का स्तर और बढ़ गया है, जिसे NDRF की टीम ने खतरनाक बताया है। ऐसी स्थिति में राज्य के सभी स्कून कॉलेज बंद करने की घोषणा की गई है। राहत बचाव कार्य में नौसेना के जवान भी लगे हैं। इन इलाकों में गोताखोरों को भी तैनात किया गया है। कई इलाकों से नाव और बोट की मदद से लोगों को निकाला जा रहा है। बैंगलुरू से सेना की टुकड़ी भेजी गई है जो राहत बचाव कार्य में मदद करेगी।
केरल सरकार ने टूरिस्टों को किया आगाह- बाहरी पर्यटकों को पहाड़ी और बांध वाले इलाके में जाने से सख्त मना किया गया है। साथ ही बाढ़ और पानी से सतर्क रहने को भी कहा गया है।
केरल सरकार के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा है कि अचानक जरूरत से ज्यादा बारिश होने से कई निचले इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सीएम ने कहा है कि 78 मेंं से 22 बांध के गेट खोले गए हैं। ऐसा केरल में पहली बार हुआ है इसी कारण से हालत इतने नाजुक हैं। केरल सरकार के ही एक मंत्री ने कहा है कि ऐसी बारिश केरल के 50 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है। हालात काफी बदतर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है और ऐसी स्थिति में केंद्र की ओर से राज्य को हर संभव मदद करने की बात कही है।