लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा महाड्रामा ‘कांग्रेस के हाथ में केजरीवाल की झाड़ू’
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां पूरी तरह से तेज हो चुकी हैं। ये चुनाव दो धड़ोंं के बीच होगा। एक तरफ बीजेपी की सेना होगी, जिसका नेतृत्व पीएम मोदी करेंगे, तो वहीं दूसरी तरफ महाविपक्ष होगा। जी हां, अभी पूरी तरह से विपक्ष एक नहीं हुआ है, ऐसे में कयास कुछ भी लगाये जा रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं कि दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की। आप सभी जानते हैं कि कांग्रेस औऱ आम आदमी पार्टी के बीच सत्ता की लड़ाई 2013 से ही है।
इन दिनों सियासी गलियारों में हलचलें तेज हो चुकी हैं कि मोदी को हराने के लिए दोनों एक साथ आ सकते हैं। हालांकि, किसी ने भी इस पर मुहर नहीं लगाई है। राहुल गांधी भले ही चुनावी रैली में ये कहते हुए नजर आते हैं कि वो मोदी को हराने के लिए विपक्ष को एकजुट करेंगे, लेकिन आम आदमी पार्टी के साथ वो भला अपनी दाल कैसे गलाएं? क्योंकि ये वही आम आदमी पार्टी है, जिसने कांग्रेस से दिल्ली छीना था, ऐसे में इस गठबंधन को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं।
दरअसल, इन तमाम अटकलों को तब तेज हवाएं मिली जब आम आदमी पार्टी के नेता दिली पांडे ने ट्वीट कर ये कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता हमारे संपर्क में है, वो हमसे समर्थन चाहते हैं, जिसके बाद तो अटकलों का बाजार पूरी तरह से गरम हो गया। सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा जोरो से है कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक साथ आएंगी, लेकिन ये हवाएं ज्यादा समय तक नहीं टिक पाई, क्योंकि आम आदमी पार्टी के इरादों पर अजय माकन ने पानी फेर दिया।
मोदी को बनाने वाले केजरीवाल को कांग्रेस कभी समर्थन नहीं देगी
गौरतलब है कि जब केजरीवाल राजनीति में आएं थे, तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। ऐसे में केजरीवाल ने मंच से कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और न जाने क्या क्या आरोप लगाएं थे। केजरीवाल उस समय धुर कांग्रेस विरोधी माने जाते थे, जोकि अब मोदी विरोधी हो गये हैं। मतलब साफ है कि केजरीवाल उस पार्टी का विरोध करते हैं, जोकि केंद्र में होती है। ऐसे में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने आम आदमी पार्टी को जवाब देते हुए कहा कि आपने ही मोदी को खड़ा किया था, तो कांग्रेस आपको बचाने के लिए सामने क्यों आएं?
बंगाल की मुख्यमंत्री हैं दोनों की बीच की कड़ी
कांग्रेस और केजरीवाल के बीच समझौता कराने के लिए बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का नाम सामने आ रहा है। सूत्रों की माने तो ममता बनर्जी कांग्रेस औऱ आम आदमी पार्टी के नेताओं के सपंर्क में है। उनका मंत्र यही है कि दोनों एक साथ हो जाएं, लेकिन कांग्रेस के लिए जिस तरह से मोदी है, उसी तरह से केजरीवाल हैं, ऐसे में कांग्रेस के लिए ये बहुत ही बड़ा समझौता होता है, लेकिन देखने वाली बात ये होगी कि आखिर दोनों के बीच ये समझौता होता है या नहीं?