पंजाब में ‘एक विधायक, एक पेंशन’ योजना को मंजूरी दे दी है, बचेंगे करोड़ों रुपये
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने ‘एक विधायक, एक पेंशन’ योजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना के साथ ही आम आदमी पार्टी सरकार करोड़ों की बचत वाले अपने वादे पर आगे बढ़ी है।
पंजाब सीएम भगवंत मान ने कहा, ‘मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि राज्यपाल ने ‘एक विधायक, एक पेंशन विधेयक’ को मंजूरी दे दी है। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इससे बहुत सारे टैक्स की बचत होगी।” राज्य कैबिनेट द्वारा विधेयक को मंजूरी देने के लगभग तीन महीने बाद राज्यपाल ने इस पर मंजूरी दी है।
नई योजना का उद्देश्य एक विधायक द्वारा दी गई शर्तों की संख्या के आधार पर भुगतान को हटाना है। हिन्दुस्तान टाइम्स ने अपनी पिछली रिपोर्ट में बताया था कि सरकार को इससे 19 करोड़ रुपये की बचत होगी। इससे पहले, विधायकों को उनके प्रत्येक कार्यकाल के लिए अलग-अलग भुगतान मिलता था, लेकिन अब एक विधायक एक पेंशन योजना लागू होने से ऐसा नहीं होगा। चाहे विधायकी कितनी बार हो, पेंशन सिर्फ एक ही मिलेगी।
इससे पहले मई में, पंजाब कैबिनेट ने लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने के लिए पंजाब राज्य विधानमंडल सदस्य (पेंशन और चिकित्सा सुविधाएं विनियमन) अधिनियम, 1977 में एक संशोधन को मंजूरी दी थी। फरवरी-मार्च के राज्य चुनावों में भारी जनादेश के साथ चुनी गई आम आदमी पार्टी ने कहा था कि वह वीआईपी संस्कृति को पनपने नहीं देगी।
अपने वादे के अनुरुप आप सरकार ने सैकड़ों वीआईपी की सुरक्षा घटा दी थी। हालांकि, इस कदम के अगले ही दिन कांग्रेस नेता और गायक सिद्धू मूसेवाला की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या दी। जिसके बाद तमाम पार्टियों ने सरकार के इस फैसले की आलोचना भी की थी।