CWG 2022: पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने सुधीर
भारत के सुधीर ने गुरुवार को राष्ट्रमंडल खेलों की पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा के पुरुष हैवीवेट फाइनल में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। सुधीर राष्ट्रमंडल खेलों की पैरा पावर लिफ्टिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी है। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 212 किग्रा वजन उठाकर रिकॉर्ड 134.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। सुधीर हालांकि अपने अंतिम प्रयास में 217 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहे।
नाइजीरिया के इकेचुकवु क्रिस्टियन उबिचुकवु ने 133.6 अंक के साथ रजत जबकि स्कॉटलैंड के मिकी यूले ने 130.9 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। क्रिस्टियन ने 197 किग्रा जबकि यूले ने 192 किग्रा वजन उठाया। इससे पहले मनप्रीत कौर और सकीना खातून महिला लाइटवेट फाइनल में क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं जबकि पुरुष लाइटवेट फाइनल में परमजीत कुमार तीनों प्रयासों में विफल रहने के बाद अंतिम स्थान पर रहे।
मनप्रीत ने अपने पहले प्रयास में 87 और दूसरे प्रयास में 88 किग्रा वजन उठाया लेकिन तीसरे प्रयास में 90 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहीं। मनप्रीत को 89.6 अंक मिले।
दूसरी तरफ सकीना पहले प्रयास में 90 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहीं लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने इस वजन को उठा लिया। उनका 93 किग्रा का तीसरा प्रयास नाकाम रहा। उन्हें 87.5 अंक मिले।
इंग्लैंड की जो न्यूसन ने 101 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से 102.2 अंक जुटाकर स्वर्ण पदक जीता। उनकी हमवतन ओलीविया ब्रूम ने 111 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से 100 अंक जुटाकर रजत पदक जीता।
कीनिया की हेलेन वाविरा कारियुकी ने 97 किग्रा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से 98.5 अंक के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।
पुरुष लाइटवेट फाइनल में परमजीत तीन में से अपने किसी भी प्रयास में 165 किग्रा वजन नहीं उठा पाए और प्रतियोगिता से बाहर हो गए। मलेशिया के बोनी बुनयाउ गस्टिन ने अपने तीसरे प्रयास में 220 किग्रा वजन उठाकर राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड 154.6 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। इंग्लैंड के मार्क स्वान ने 145.5 अंक के साथ रजत जबकि नाइजीरिया के इनोसेंट नामदी ने 132.5 अंक के साथ कांस्य पदक जीता। स्वान और नामदी ने क्रमश: 202 किग्रा और 190 किग्रा का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।
पावरलिफ्टिंग में भार उठाने पर शरीर के वजन और तकनीक के अनुसार अंक मिलते हैं। समान वजन उठाने पर शारीरिक रूप से कम वजन वाले खिलाड़ी को दूसरे की तुलना में अधिक अंक मिलेंगे।