पिता की मौत के बाद 4 बच्चे हुए अनाथ, IPS ने उठाई बच्चों की जिम्मेदारी, हर कोई कर रहा जमकर तारीफ
गुजरात में शराबबंदी के बीच जहरीली शराब पीने से होने वाली मृत्यु की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अब तक 42 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि बहुत से लोग तो अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से कई लोगों की हालत गंभीर है। जिस परिवार ने अपने घर का सदस्य खोया है, उसके घर में मातम पसरा हुआ है।
इसी बीच गुजरात में पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है। दरअसल, राज्य में जहरीली शराब पीने की वजह से कनूभाई नाम के शख्स की जान चली गई है, जिसके बाद उनके चार बच्चों के ऊपर से पिता का साया उठ गया है। अब पुलिस ने इन चार अनाथ बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी उठाई है। बोटाद के एसपी ने 4 बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्चा उठाएंगे।
4 बच्चे हो गए अनाथ
आपको बता दें कि 40 वर्षीय कनुभाई की पत्नी उनके साथ नहीं रहती थी। कनुभाई अपने चार बच्चों के साथ रहते थे। चारों बच्चों के पालने की जिम्मेदारी कनुभाई ने ही उठा रखी थी। परंतु हाल ही में शराब पीने की वजह से कनुभाई की मृत्यु हो गई। पत्नी के साथ नहीं रहने की वजह से बच्चे अनाथ हो गए हैं।
ऐसे में यह सवाल उठ रहा था कि इनकी देखभाल, पढ़ाई और रहने का जिम्मा कौन लेगा? इसी बीच कनुभाई की मृत्यु के पश्चात अब पुलिस ने उनके अनाथ हो चुके 4 बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठाई है। बोटाद के एसपी इन 4 बच्चों की पढ़ाई लिखाई का सारा खर्चा उठाएंगे।
पुलिस पालेगी बच्चों को
बोटाद पुलिस ने चारों अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेदारी उठाई है। इन बच्चों की मदद के लिए पुलिस आगे आई और इनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी उठाई। इस संबंध में एसपी करणराज सिंह वाधेला ने यह बताया कि बच्चों के पिता की मृत्यु हो गई है और इनका परिवार भी बहुत गरीब है। ऐसे में हमने सभी बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया है।
अब तक 42 लोग अपनी गंवा चुके हैं जान
आपको बता दें कि गुजरात में जहरीली शराब का सेवन करने की वजह से अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि ऐसा बताया जा रहा है कि 97 लोगों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। कई लोगों की तो हालत गंभीर बनी हुई है। गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संधवी ने कहा कि पुलिस इस मामले में 10 दिन में चार्जशीट फाइल करेगी।
पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने की सूचना जैसे ही पुलिस को हुई विभाग ने 30 टीमें बनाकर उन्हें क्षेत्र में तैनात कर दिया ताकि मामले में एक्शन लिया जा सके।
वहीं पुलिस ने इस मामले में अब तक कई लोगों को हिरासत में लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि इन लोगों ने ही जहरीली शराब बेची। इतनी बड़ी संख्या में मृत्यु होने की वजह से सरकार भी सख्त हो गई है। हाल ही में गृहमंत्री हर्ष संधवी ने हाई लेवल बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।